सक्षिप्त इतिहास
क्षेत्र में बढ़ती जन जागृति एवं शैक्षणिक प्रसार हेतु शिक्षा प्रेमी डा0 सत्यवीर गंगवार ने आर्य समाज के सस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती के नाम पर स्वामी दयानन्द सरस्वती विद्या मन्दिर,स्वामी दयानन्द सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर काॅलेज की स्थापना कर शिक्षा के क्षेत्र में एक नवीन दीप को प्रज्ज्वलित कया। मीरगंज क्षेत्र में विज्ञान वर्ग (बी०एस०सी०) का कोई भी डिग्री काॅलेज नही था। विशेषकर छात्राओं को विज्ञान वर्ग की शिक्षा ग्रहण करने हेतु अपने घर से लगभग 35 किलोमीटर दूर बरेली जाना पड़ता था। साथ ही प्रत्येक अभिभावक की यह सामर्थ भी नहीं थी कि वह अपनी बालिका को घर से इतनी दूर प्रत्येक दिन भेज सकें। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए डाॅ० सत्यवीर गंगवार जी ने अपने मन में यह संकल्प लिया कि वह इस समस्या को दूर करेंगे और तहसील मीरगंज में विज्ञान वर्ग का डिग्री काॅलेज स्थापित करेंगे। जहाॅ संस्कारयुक्त अनुशासित वातावरण में क्षेत्र के सभी बालक/बालिकाओं को श्रेष्ठ शिक्षा मिल सके।
इस प्रयत्न को मूर्त रूप देने के लिए डाॅ0 सत्यवीर गंगवार जी ने वर्ष 2007 से कार्य आरम्भ किया और वर्ष 2009 में स्वामी दयानन्द डिग्री काॅलेज की स्थापना की। वर्ष 2009 में ही महाविद्यालय को बी०एस०सी० (बायो तथा मैथ्स) एवं बी०ए० (हिन्दी, सामान्य हिन्दी साहित्य हिंदी, अंग्रेजी सामान्य, अंग्रेजी साहित्य,अर्थशास्त्र, इतिहास, भूगोल, गृह विज्ञान, चित्रकला एवं शिक्षाशास्त्र) की कक्षाये संचालित हो रही हैं।
महाविद्यालय में छात्र/छात्राओं के अध्ययन की उचित व्यवस्था है। खेल का मैदान, स्वच्छ वातावरण, विषय से सम्बन्धित नवीनतम् पुस्तकें पुस्तकालय में उपलब्ध है। महाविद्यालय में एन0एस0एस0 की सुविघा भी उपलब्ध है तथा क्रीडा क्षेत्र में भी महाविद्यालय के छात्र/छात्रायें प्रतिवर्ष प्रतिभा दिखाकर महाविद्यालय को नाम उज्ज्वल करते हैं। परीक्षाफल की दृष्टि से भी महाविद्यालय जनपद में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का स्वर्ण काल माना जाता है। आज के विद्यार्थी ही कल के राष्ट्र निर्माता है। हमारा राष्ट्र तभी उन्नतशील बन सकता है जब उसके नागरिक स्वस्थ, शिक्षित एवं समृद्ध हों।
डाॅ० सत्यवीर गंगवार
सचिव
स्वामी दयानन्द डिग्री काॅलेज, मीरगंज बरेली